Madho Hum Aise Tu Aisa is a traditional Punjabi bhajan that has been sung by a lot of singers. This version of the song is from the album Jis ke sir upar tu swami. The song has been sung by the Pakistani classical, ghazal and sufi singer Shafqat Ali Khan. The bhajan has been sung in a different sufi style by Shafqat Ali Khan. The use of the instrument have played an important role in this bhajan. This version really a different one and i hope you would love it.
Lyrics:
माधो हम ऐसे तू ऐसा
हम पापी तुम पाप खंडन नीको ठाकुर देसा
हम मैले तुम ऊजल करते हम निरगुन तू दाता
हम मूरख तुम चतुर सिआणे तू सरब कला का गिआता
तुम सभ साजे साजि निवाजे जीउ पिंडु दे प्राना
निरगुनी आरे गुनु नही कोई तुम दानु देहु मिहरवाना
तुम करहु भला हम भलो न जानह तुम सदा सदा दइआला
तुम सुखदाई पुरख बिधाते तुम राखहु अपुने बाला
तुम निधान अटल सुलितान जीअ जंत सभि जाचै
कहु नानक हम इहै हवाला राखु संतन कै पाछै॥
waheguru
ReplyDeleteI wish this was not published in highlighted form. I cant copy and bring it to my word. The coloured background comes with it.
ReplyDeleteWaheguru
ReplyDeleteमाधो हम ऐसे तू ऐसा
ReplyDeleteहम पापी तुम पाप खंडन नीको ठाकुर देसा
हम मैले तुम ऊजल करते हम निरगुन तू दाता
हम मूरख तुम चतुर सिआणे तू सरब कला का गिआता
तुम सभ साजे साजि निवाजे जीउ पिंडु दे प्राना
निरगुनी आरे गुनु नही कोई तुम दानु देहु मिहरवाना
तुम करहु भला हम भलो न जानह तुम सदा सदा दइआला
तुम सुखदाई पुरख बिधाते तुम राखहु अपुने बाला
तुम निधान अटल सुलितान जीअ जंत सभि जाचै
कहु नानक हम इहै हवाला राखु संतन कै पाछै॥